Please click here to read this in English
NPS क्या है?
एनपीएस का मतलब नेशनल पेंशन सिस्टम है, जो भारत सरकार द्वारा 2004 में शुरू की गई एक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति बचत योजना है। शुरू में यह केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध थी, लेकिन अब इसे सभी भारतीय नागरिकों और 18 से 70 वर्ष की आयु के एनआरआई के लिए खोल दिया गया है। एनपीएस का मुख्य उद्देश्य विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों जैसे कि इक्विटी, सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड और वैकल्पिक निवेशों में व्यवस्थित निवेश के माध्यम से सेवानिवृत्ति के बाद एक स्थिर आय प्रदान करना है।
एनपीएस की मुख्य विशेषताएँ
1. कौन निवेश कर सकता है?
- शुरुआती दौर: शुरू में, एनपीएस केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध थी।
- सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य: केंद्रीय और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए एनपीएस में योगदान देना अनिवार्य है ताकि उनकी सेवानिवृत्ति की योजना सुनिश्चित हो सके।
- अन्य निवेशकों के लिए पात्रता: कोई भी भारतीय नागरिक या एनआरआई जिसकी आयु 18 से 70 वर्ष के बीच है, एनपीएस में निवेश कर सकता है।
2. एनपीएस कैसे काम करती है?
एनपीएस में आपके योगदान को आपकी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में निवेश किया जाता है, जैसे:
- इक्विटी: स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के स्टॉक्स; जोखिम अधिक होने पर रिटर्न भी उच्च हो सकते हैं।
- कॉर्पोरेट बॉन्ड: निजी कंपनियों द्वारा जारी ऋण उपकरण; मध्यम जोखिम और मध्यम रिटर्न।
- सरकारी बॉन्ड: सरकार द्वारा जारी ऋण प्रतिभूतियाँ; कम जोखिम और स्थिर रिटर्न।
- वैकल्पिक निवेश: रियल एस्टेट, इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड आदि शामिल हैं।
एनपीएस में निवेश पर रिटर्न सामान्यतः 9% से 12% वार्षिक रहता है, जो चुने गए परिसंपत्ति वर्ग और फंड मैनेजर के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
3. एनपीएस में फंड मैनेजर
- आपके एनपीएस में किए गए योगदान को पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा पंजीकृत फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
- चयन के लिए 11 फंड मैनेजर उपलब्ध हैं, जिनमें SBI पेंशन फंड्स, UTI रिटायरमेंट सॉल्यूशंस, LIC पेंशन फंड, HDFC पेंशन मैनेजमेंट आदि शामिल हैं।
मुख्य बिंदु:
- आप अपनी पसंद का एक फंड मैनेजर चुन सकते हैं।
- यदि फंड मैनेजर का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है, तो आप साल में केवल एक बार स्विच कर सकते हैं।
- आप यह भी तय करते हैं कि प्रत्येक परिसंपत्ति वर्ग में कितना पैसा निवेश किया जाए।
4. एनपीएस में खातों के प्रकार
एनपीएस के अंतर्गत दो प्रकार के खाते होते हैं:
Tier 1 खाता:
- यह मुख्य खाता है और सभी सब्सक्राइबर के लिए अनिवार्य है।
- 60 वर्ष की आयु के बाद ही निकासी की अनुमति होती है, हालाँकि कुछ विशेष परिस्थितियों (जैसे, मेडिकल इमरजेंसी, घर खरीदना या बच्चों की शिक्षा) में जल्दी निकासी की जा सकती है।
- कर लाभ: प्रति वर्ष ₹1.5 लाख तक का योगदान आयकर अधिनियम की धारा 80CCD(1) के तहत कटौती के लिए योग्य है।
- न्यूनतम प्रारंभिक जमा: ₹500
- वार्षिक योगदान: हर वर्ष कम से कम ₹1,000 जमा करना अनिवार्य है; अन्यथा खाता फ्रीज हो सकता है।
Tier 2 खाता:
- यह आपके Tier 1 खाते से जुड़ा एक स्वैच्छिक बचत खाता है।
- कोई लॉक-इन अवधि नहीं है, अर्थात् आप बिना किसी प्रतिबंध के कभी भी निकासी कर सकते हैं।
- इसमें न्यूनतम शेष राशि या मेंटेनेंस शुल्क नहीं हैं।
- पैसा Tier 2 से Tier 1 में ट्रांसफर किया जा सकता है, लेकिन इसके विपरीत नहीं।
- अलग नामांकनकर्ता निर्धारित किया जा सकता है।
- इसमें कर छूट लागू नहीं होती।
- न्यूनतम प्रारंभिक जमा: ₹100
- प्रत्येक जमा कम से कम ₹250 होना चाहिए, और कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
5. एनपीएस खाता कैसे खोलें?
एनपीएस खाता आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं:
ऑनलाइन प्रक्रिया:
- आधिकारिक eNPS वेबसाइट पर जाएँ।
- अपनी श्रेणी चुनें: व्यक्तिगत, सरकारी कर्मचारी, कॉर्पोरेट, एनआरआई, या OCI।
- “Register Now” पर क्लिक करें और अपना विवरण भरें।
- सत्यापन हेतु आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर OTP भेजा जाएगा।
- सफल पंजीकरण के बाद एक पुष्टिकरण संख्या उत्पन्न होगी।
- अपनी ई-सिग्नेचर अपलोड करें या हस्ताक्षर स्कैन करके अपलोड करें।
- एक फंड मैनेजर चुनें और यह निर्दिष्ट करें कि आप अपना पैसा किस प्रकार निवेश करना चाहते हैं (Active Choice या Auto Choice)।
- बैंक खाता और नामांकनकर्ता के विवरण दर्ज करें।
- खाता खोलने, PRAN कार्ड जारी करने और प्रारंभिक जमा के लिए शुल्क का भुगतान करें।
ऑफलाइन प्रक्रिया:
- NSDL CRA वेबसाइट पर जाकर निकटतम Point of Presence (POP) ढूंढें।
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करें, इसे भरें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें।
- एनआरआई के लिए अतिरिक्त दस्तावेज जैसे विदेशी पते का प्रमाण और पासपोर्ट की प्रतिलिपियाँ आवश्यक होती हैं।
6. अपनी निवेश रणनीति कैसे चुनें?
एनपीएस खाता खोलते समय आपको यह तय करना होता है कि आपका पैसा कैसे निवेश किया जाएगा। इसके दो विकल्प हैं:
Active Choice:
इसमें आप स्वयं तय करते हैं कि विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में कितना निवेश करना है। चार विकल्प उपलब्ध हैं:
- इक्विटी
- वैकल्पिक निवेश
- कॉर्पोरेट बॉन्ड
- सरकारी बॉन्ड
उदाहरण: आप 50% इक्विटी, 30% कॉर्पोरेट बॉन्ड और 20% सरकारी बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं।
Auto Choice:
इस विकल्प में, सिस्टम आपकी आयु के आधार पर स्वचालित रूप से फंड का आवंटन करता है। तीन पूर्वनिर्धारित पोर्टफोलियो उपलब्ध हैं:
- आक्रामक (LC75): युवा निवेशकों के लिए उच्च इक्विटी (75% तक) का आवंटन।
- संतुलित (LC50): इक्विटी और ऋण का संतुलित मिश्रण।
- रूढ़िवादी (LC25): बुजुर्ग निवेशकों के लिए कम इक्विटी (केवल 25%)।
7. एनपीएस से जुड़े शुल्क
एनपीएस किफायती होने के बावजूद, इसमें कुछ मामूली शुल्क शामिल हैं:
- पहली बार पंजीकरण शुल्क: ₹200–₹400
- लेन-देन शुल्क: प्रति लेन-देन 0.50%
- गैर-वित्तीय लेन-देन शुल्क: न्यूनतम ₹30
- निकासी/एग्जिट शुल्क: 0.125%
- केंद्रीय रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसी (CRA) शुल्क: चुनी गई एजेंसी पर निर्भर करता है।
- पेंशन फंड शुल्क: कुल फंड का वार्षिक 0.05–0.09%
- कस्टोडियन शुल्क: एक वर्ष के लिए रखी गई परिसंपत्तियों पर अत्यंत मामूली शुल्क (0.000000001770%)
ये सभी शुल्क स्वचालित रूप से आपके एनपीएस खाते से काट लिए जाते हैं।
8. अपने एनपीएस खाते की निगरानी और प्रबंधन
एक बार आपका खाता सक्रिय हो जाने के बाद, आप ऑनलाइन इसकी निगरानी कर सकते हैं:
- NSDL CRA वेबसाइट पर अपने IPIN (इंटरनेट पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर) का उपयोग करके लॉग इन करें।
- अपना खाता बैलेंस देखें, जो यूनिट्स और NAV (नेट एसेट वैल्यू) के रूप में दिखाया जाता है।
- NAV अपडेट होने पर आपको ईमेल और SMS सूचनाएँ प्राप्त होंगी।
- व्यक्तिगत विवरण अपडेट करने के लिए Form S2 का उपयोग करें, और सेक्टर या व्यवसाय परिवर्तन के लिए Form ISS भरें।
9. एनपीएस क्यों चुनें?
- कर लाभ: Tier 1 खातों में योगदान से आयकर अधिनियम की धारा 80CCD(1) के तहत कर कटौती मिलती है।
- लचीलापन: आप Active और Auto विकल्प में से अपनी सुविधा के अनुसार चयन कर सकते हैं।
- बाजार से जुड़ा रिटर्न: ऐतिहासिक रूप से, एनपीएस ने वार्षिक 9–12% के रिटर्न प्रदान किए हैं।
- कम लागत: अन्य म्यूचुअल फंड या पेंशन योजनाओं की तुलना में एनपीएस के शुल्क बहुत कम हैं।
- दीर्घकालिक धन सृजन: जल्दी शुरुआत करके आप सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त राशि जमा कर सकते हैं।
अंतिम विचार
नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) एक उत्कृष्ट साधन है जो न केवल कर लाभ प्रदान करता है, बल्कि बाजार से जुड़े रिटर्न भी देता है, जिससे आपका वित्तीय भविष्य सुरक्षित होता है। चाहे आप सरकारी कर्मचारी हों, निजी क्षेत्र में कार्यरत हों या एनआरआई, एनपीएस में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। लचीले निवेश विकल्प, पेशेवर फंड प्रबंधन, और न्यूनतम शुल्क इसे आपकी सेवानिवृत्ति योजना का एक प्रभावी हिस्सा बनाते हैं।
अस्वीकरण: इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है और इसे पेशेवर वित्तीय, कानूनी, या निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। उपलब्ध डेटा के आधार पर सामग्री की सटीकता और पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है, लेकिन समय के साथ एनपीएस से संबंधित विवरण बदल भी सकते हैं। पाठकों से अनुरोध है कि वे आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें और कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले एक योग्य पेशेवर से सलाह लें।
प्रातिक्रिया दे